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सीडीएलयू में पांच दिवसीय शोध कार्यशाला संपन्न, शोधार्थियों ने सीखी शोध की बारिकियां

शोधार्थियों को अधिक से अधिक अध्ययन करने पर देना चाहिए जोरः कुलपति
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वीसी ने लिया फीडबैक तो शोधार्थी एक स्वर में बोले  बेहतरीन रही वर्कशॉप

20 सत्रों में एक्सपर्ट ने दिये क्वालिटी रिसर्च के गुर

सिरसा 25-08-2023

चौ. देवी लाल विश्वविद्यालय में चल रही पांच दिवसीय शोध कार्यशाला का शुक्रवार को समापन का आयोजन हुआ। समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शोधार्थियों को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने कहा कि शोधार्थियों को अधिक से अध्ययन करना चाहिए, शोधार्थी जितना अधिक अध्ययन करता है उसकी शोध उतनी ही आसानी से पूर्ण होती है। कुलपति ने कहा कि शोध एक सहयोगात्मक प्रक्रिया है जिसमें कई पक्ष एक साथ मिलकर कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि इस शोध कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य शोधार्थियों को रिसर्च से जुड़ी आधुनिक तकनीकों से वाकिफ करवाना था और शोध क्वालिटी उत्कृष्ट करने के लिए इस प्रकार की शोध गतिविधियाँ लगातार आयोजित की जाएगी।

बता दें कि सीडीएलयू में यूकोप व डिपार्टमेंट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के तत्वाधान में पांच दिवसीय शोध कार्यशाला का आयोजन करवाया गया। शोध कार्यशाला में 20 सत्रों के दौरान देश के अनेक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से आए विषय विशेषज्ञों ने शोधार्थियों को अनेक शोध की तकनीकों व अन्य पक्षों के बारे में बताया। इस कार्यशाला में 100 से अधिक शोधार्थियों ने हिस्सा लिया व नियमित रूप  सत्रों में उपस्थित होकर शोध की बारिकियों को समझा।

समापन समारोह के दौरान बतौर मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने शोधार्थियों से कार्यशाला को लेकर फीडबैक भी लिया। उन्होंने अपने अध्यापन व शोध के निजी अनुभव शोधार्थियों के साथ साझा करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय शोधार्थियों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है। इसी कड़ी में विश्वविद्यालय में प्रदेश का पहला सेंसस डाटा सेंटर भी स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि उच्चतर शिक्षण संस्थानों की पहचान शोध गतिविधियों से ही होती है और विश्वविद्यालय इस बात के महत्व को अच्छी तरह से समझता है। उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर आउटरीच एंड एक्सटेंशन व बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग की सराहना की। यूकोप डायरेक्टर प्रो. कपिल चौधरी ने कहा कि पांच दिनों के दौरान शोधार्थियों ने शोध के क्षेत्र के अनेक पहलुओं के बारे में ज्ञान अर्जित किया है जो उनके शोध को गति प्रदान करेगा। इस दौरान डॉ राजकुमार, डॉ काशिफ किदवाई, डॉ सरोज मेहता सहित काफी संख्या में स्टाफ सदस्य मौजूद थे। इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की शोधार्थी डिंपल व कॉमर्स विभाग की शोधार्थी पूजा ने फीडबैक देते हुए कार्यशाला बेहतरीन रही और पांच दिनों के दौरान क्वालिटी पेपर प्रकाशित करने व अन्य जानकारी मिली।