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चांद पर ISRO ने रात 2 बजे किया 2 मिनट का प्रयोग, 56 साल पहले के ‘होप टेस्ट’ से कितना अलग?

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चांद पर ISRO ने रात 2 बजे किया 2 मिनट का प्रयोग, 56 साल पहले के ‘होप टेस्ट’ से कितना अलग?


भारत का मिशन चंद्रयान-3 अब स्लीप मोड में है. यानी विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर ने अब चांद पर काम करना बंद कर दिया है, चांद पर रात होने की वजह से अब इनमें कुछ एक्टिविटी नहीं होगी. लेकिन स्लीप मोड में जाने से पहले विक्रम लैंडर ने दुनिया को हैरान कर दिया, इसरो ने सोमवार को बताया कि विक्रम लैंडर ने चांद पर होप टेस्ट किया और कुल 40 सेमी की छलांग लगाई, साथ ही इतनी ही दूरी पर जाकर स्थित हुआ.


चंद्रयान-3 के मिशन में होप टेस्ट शामिल नहीं था, लेकिन इसरो के वैज्ञानिकों ने जब स्लीप मोड में जाने से पहले ये मौका देखा तो इसका टेस्ट करने का फैसला किया. ये एक बड़ा रिस्क था, इसमें चंद्रयान-3 सफल साबित हुआ. होप टेस्ट एक तरह की छलांग लगाना होता है, ऐसा ट्रायल करने से अब भारत चांद पर मानव मिशन और अन्य मिशन चलाने की ओर भी कदम बढ़ा चुका है.