गांव भीमा में नशा मुक्ति कैंप के 2 महीने बाद एडीजीपी कार्यालय की टीम पहुंची भीमा, जानी फीडबैक

सिरसा। श्री श्रीकांत जाधव,अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, हिसार मंडल, हिसार के मार्गदर्शन में हिसार मंडल मे ड्रग से प्रभावित गांवो को ड्रग मुक्त करने के उद्देश्य से गांव मे पंचायत के सहयोग से 10–14 दिन का ड्रग मुक्त शिविर लगाए जा रहे हैं।
इसी अभियान के तहत एडीजीपी श्रीकांत जाधव की नशा मुक्ति टीम ने जिला सिरसा के गांव भीमा, फग्गू गांव मे 10 से 14 दिन का ड्रग मुक्ति शिविर लगा गांव के ड्रग प्रभावित युवाओ को सही राह पर लाने का एक क्रियात्मक प्रयास किया है ।
इसके अलावा जिले के गांव बाजेका बेगू, रंगडी, सुचान, कोटली में नशा पीडितों की पहचान कर उनका डोजियर फार्म भर कर उनका इलाज शुरू करवाया गया है।
गांव भीमा और फग्गु में जून महीने के पहले हफ्ते कैंप की शुरुवात की गई थी । जिसकी फीडबैक लेने के लिए एडीजीपी कार्यालय हिसार मंडल हिसार की स्पैशल टीम आज गांव बाजेका व भीमा पहुंची । हिसार मंडल हिसार और नशा मुक्ति टीम सिरसा टीम ने गांव बाजेका और भीमा जाकर कैंप में इलाज करवा चुके नशा पीड़ितो हाल चाल जाना वह उनके घर जाकर उनके परिजनों से बातचीत की । इस दौरान हुई बातचित में एडीजीपी श्रीकांत जाधव की नशा मुक्ति टीम के द्वारा लगाए जा रहे कैंप के बहुत ही सार्थक परिणाम सामने आ रहे है । गांव भीमा के सरपंच वीरेंद्र सिंह ने गांव की फीडबैक लेने पहुंची एडीजीपी की नशा मुक्ति टीम के प्रयासो की सराहना की ।
नशा मुक्ति टीम द्वारा लगाए जा रहे शिविर मे गांव के ऐसे लोगों को शामिल किया जाता है जो स्वेच्छा से ड्रग की लत से बाहर निकलना चाहते हैं। ऐसे युवाओं को ब्लड सैंपल चेक करवा उनका उपचार करवाया जाता है। शिविर मे ड्रग पिडितो को सन्तुलित आहार के साथ-साथ दिनचर्या व माहौल मे बदलाव के लिए 14 दिन तक कैंप में रखा जाता है। जहा दवा एव काउंसलिंग सब कुछ उपलब्ध करवाया जाता है। नशा छोड़ने वाले गांव भीमा के नशा पीड़ितो को खुद एडीजीपी श्रीकांत जाधव के द्वारा सम्मानित किया जा चुका है ।