टंकी पर बैठे किसानों को कुछ हुआ तो सरकार व प्रशासन होंगे जिम्मेवार: प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा

Newz World Hindi's, Sirsa
सिरसा। गांव नारायणखेड़ा में चल रहे किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए संयुक्त मोर्चा राष्ट्रीय कमेटी के सदस्य प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा खराब स्वास्थ्य के बावजूद अपनी टीम के साथ पहुंचे। भारूखेड़ा ने कहा कि बीमा क्लेम की मांग को लेकर पिछले 6 दिनों से 4 किसान पानी की टंकी पर चढ़े हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
भारूखेड़ा ने कहा कि बीमा क्लेम लेने के लिए हर बार किसानों को संघर्ष करना पड़ता है। फसल बीमा योजना एक पहली ऐसी योजना है, जिसमें कंपनी को कोई ऑफिस नहीं खोलना पड़ा, न कोई बीमा एजेंट रखने पड़े। सरकार बीमा कंपनी को सभी सुविधाएं दे रही है, जिससे कंपनी को बिना कुछ किए करोड़ों रुपए का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार देश के किसानों का व देश का खजाना कंपनियों को लूटा रही है। होना ये चाहिए की कंपनी को जो बीमा प्रीमियम फसल का बीमा करने के लिए दिया जाता है, वो प्रीमियम की राशि 7500 थी अब कुछ बढ़ा दी है। ये प्रीमियम की राशि 3 हिस्सों में दी जाती है, किसान से, राज्य सरकार से और केंद्र सरकार से। अगर यही प्रीमियम की राशि सीधी किसानों के खाते में डाल दी जाए तो बीमा करवाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। कंपनियों की बीमा के नाम पर लूट बंद हो जाएगी और हर किसान को फायदा होगा। भारूखेड़ा ने कहा कि अगर टंकी पर बैठे किसी किसान को कोई भी नुकसान हुआ तो उसकी जिम्मेवार सरकार और प्रशासन होगा। इस मौके पर प्रकाश सिंह, जिंदा नानूआना, दलीप रायपुरिया, महावीर गिंदड़ा, दलीप गिंदड़ा सहित अन्य किसान उपस्थित थे।