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प्रशासन ने जल्द नहीं लिया संज्ञान तो सडक़ों पर उतरेगा सनातन समाज: हरीकृष्ण गोयल

हिंदू संगठनों ने सेंट जेवियर स्कूल के प्रिंसीपल पर लगाए सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा इस्तेमाल करने के आरोप
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सिरसा। शिक्षक को गुरु का दर्जा दिया गया है, लेकिन जब वही गुरु अपनी मर्यादा को तोड़े और बजाय शिक्षा का ज्ञान देने के धर्म परिवर्तन की बात करे तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सेंट जेवियर स्कूल के प्रिंसीपल ने सनातन धर्म के खिलाफ जो जहर उगला है, वो किसी सूरत में बर्दाश्त योग्य नहीं है। सनातन समाज में उनकी इस हरकत से भारी रोष है। प्रशासन ने जल्द इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया तो विद्यार्थियों के अभिभावकों के साथ समस्त सनातन समाज सडक़ों पर उतरेगा।

उक्त बातें विश्व हिंदु परिषद के जिलाध्यक्ष हरी कृष्ण गोयल ने वीरवार की सांय को गीता भवन में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कही। इस मौके पर उनके साथ विभागध्यक्ष बृजमोहन शर्मा व ब्राह्मण सभा के सचिव रितेश जोशी भी मौजूद थे। गोयल ने कहा कि सेंट जेवियर स्कूल के प्रिंसीपल फादर सेल्वराज पीटर द्वारा अपनी फेसबुक आईडी पर हिंदु धर्म व ब्राह्मणों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया और ब्राह्मणों को चोर व लुटेरों की संज्ञा दी गई। इसके साथ-साथ प्रधानमंत्री व यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के फोटो अपलोड कर उसे गलत तरीके से दर्शाया गया है। योगी आदित्यनाथ सनातन धर्म की अलख जगा रहे हैं, जोकि प्रिंसीपल से बर्दाश्त नहीं हो रही।

स अवसर पर सेंट जेवियर स्कूल में बतौर पीटीआई टीचर नियुक्त अनिल कुमार ने बताया कि उसके शुरूआती दो साल स्कूल में बढिय़ा रहे। तीसरे साल में स्कूल के पूर्व में प्रिंसीपल रहे फादर एमी कार्डेजो ने उसे हिंदु धर्म को छोडक़र क्रिश्चियन धर्म के प्रति भावुक करना शुरू कर दिया। सनातनी होने के नाते पहले तो उसने प्रिंसीपल की बातों पर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद नवंबर माह में उनका तबादला हो गया। तबादले के बाद नए फादर सेल्वराज पीटर ने कार्यभार संभाला। एक दिन वह उनकी फेसबुक आईडी देख रहा था, जिसमें हिंदु धर्म व ब्राह्मणों के प्रति अभद्र टिप्पणियां की हुई थी, जिस बारे उसने प्रिंसीपल से भी बात की, लेकिन उन्होंने अपनी गलती मानने की बजाय उसे ही नौकरी से निकालने की धमकी दी। नए प्रिंसीपल ने उसे आते ही अनेक प्रकार से टॉर्चर करना शुरू कर दिया। यहां तक की उसे नौकरी से भी निकाल दिया। उसने कोर्ट की शरण ली तो कोर्ट ने उसके पक्ष में फैसला सुनाया, जिसके बाद दोबारा उसने नौकरी ज्वाइन की।

अनिल कुमार ने बताया कि एक सितंबर को उसने इस संबंधी पुलिस को शिकायत दी। एक सितंबर से स्कूल प्रिंसीपल भी गायब है और उनका फोन भी बंद है। उन्होंने प्रशासन को चेताते हुए कहा कि अगर जल्द प्रिंसीपल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्हें मजबूरन सडक़ों पर उतरना पड़ेगा।