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एक बूथ एक सखी के तहत महिलाओं से संपर्क साधा शारदा सिहाग ने

कहा, जेजेपी ने हरियाणा में महिलाओं की स्थिति को बनाया सशक्त
 
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एक बूथ एक सखी के तहत महिलाओं से संपर्क साधा शारदा सिहाग ने

Newz World Hindi's, Sirsa
सिरसा। बाढड़ा की विधायक नैना चौटाला की ओर से जननायक जनता पार्टी की मजबूती के लिए पूरे हरियाणा भर में चलाए जा रहे एक बूथ एक सखी कार्यक्रम का विस्तार करते हुए जेजेपी की महिला जिलाध्यक्ष शारदा सिहाग के नेतृत्व में लगातार दूसरे दिन रानियां हलके के विभिन्न गांवों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। गांव सुल्तानपुरिया में कन्नीलाल खिचड़, धोतड़ में विकास न्यौल, जोधपुरिया में धर्मपाल शर्मा, बनसुधार में राजेंद्र कसवां एडवोकेट तथा साहुवाला में हरप्रीत सिंह साहुवाला के आवास पर आयोजित कार्यक्रमों में जेजेपी की महिला जिलाध्यक्ष शारदा सिहाग ने कहा कि हरियाणाभर में केवल जेेजेपी ही एकमात्र ऐसा राजनीतिक दल है जो सभी वर्गों के कल्याण के लिए कार्य करता है। इसमें बाढड़ा की विधायक नैना चौटाला की ओर से जहां एक ओर हरी चुनरी चौपाल कार्यक्रम चलाकर महिलाओं को समाज व देश के विकास के लिए घरों की परिधि से बाहर निकलकर व एकजुट होकर कार्य करने के लिए प्रेरित किया वहीं पार्टी की मजबूती के लिए महिलाओं को एक बूथ एक सखी कार्यक्रम के तहत अपने अपने बूथों की मजबूती के लिए कार्य करने के लिए आह्वान किया है। इस व्यापक अभियान में प्रदेशभर से हजारों लाखों महिलाएं भी जेजेपी परिवार का हिस्सा बनकर इस व्यापक अभियान में अपनी आहूति डालते हुए अपने अपने बूथों पर पार्टी की मजबूती के लिए संकल्प ले रही हैं। महिला जिलाध्यक्ष ने सभी महिलाओं को राजनीतिक क्षेत्र में भी अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का आह्वान करते हुए जेजेपी परिवार को पहले से भी अधिक मजबूती प्रदान करने का आह्वान किया। शारदा सिहाग ने बताया कि किस प्रकार जेजेपी ने महिलाओं को पंचायतीराज में सशक्त बनाने के साथ-साथ राशन डिपुओं पर आरक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी बनाने में योगदान दिया है। उपरोक्त सभी गांवों में ग्रामीणों के साथ-साथ खासकर महिलाओं ने उन्हें इस अभियान की शत प्रतिशत सफलता का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर उनके साथ रानियां हलका प्रधान कुलदीप करीवाला, महिला हलका प्रधान पूजा महला, शांति देवी, सुमन, सुनीता, सरोज, राजबाला, नसीब कौर, जेजेपी व्यापार सैल के जिला संयोजक अंजनी लढा, पूर्व हलकाध्यक्ष जयपाल नैन, जगदीश नैन, सुखदेव सिहाग पीरखेड़ा, गुरमंगत सिंह संतनगर, शेरसिंह काहलों, विनोद ढूकिया, सुरजीत सिहाग, श्रवण जोशी, अमनदीप गोस्वामी, शक्तिसिंह राजपूत, विनोद कुमार, गजराज व मदन कसवां आदि भी मौजूद थे।