home page

आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा का सोनीपत दौरा

 | 
आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा का सोनीपत दौरा

सोनीपत

आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा बुधवार को सोनीपत के दौरे पर रहे। उन्होंने राठधाना रोड़ पर 15 साल से सड़क बनवाने के लिए संघर्ष कर रहे स्थानीय लोगों और जिला सचिवालय में आशा वर्कर्स के धरने को समर्थन दिया।

उन्होंने आशा वर्कर्स को संबोधित करते हुए कहा आप सबको शुभकामनाएं कि आपने अपनी जायज मांगों को उठाने की हिम्मत दिखाई और प्रदेश के हर जिले में आपका ये आंदोलन चल रहा है। ये दुर्भाग्य है कि हरियाणा में ऐसी सरकार है किसान को मुआवजा लेने के लिए, क्लर्कों को सैलरी बढ़वाने के लिए, कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम के लिए, विद्यार्थियों को पेपर करवाने के लिए और युवाओं को रोजगार के लिए धरना करना पड़ता है।

इसके अलावा उन्होंने कहा कि मंत्री संदीप सिंह द्वारा गलत हरकत करने पर महिला जूनियर कोच को अपने मान सम्मान की लड़ाई के लिए भी आठ महीन से संघर्ष करना पड़ रहा है। उसी को सस्पेंड कर दिया, उसी का स्टेडियम में घूसना बंद कर दिया।

सारी सरकार महिला कोच के पीछे पड़ गई और संदीप सिंह चार्जशीट फाइल होने के बाद आज भी मंत्री बना बैठा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को दिल्ली में आठ साल हो गए।

वहां डेढ़ दो हजार मोहल्ला क्लीनिक बनाने थे ताकि लोगों को इलाज के लिए दूर न जाना पड़े। लेकिन वहां लड़ाई झगड़ा करने के बाद 500 मोहल्ला क्लीनिक ही बना पाए। क्योंकि वहां भाजपा सरकार काम ही नहीं करने देती। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार को डेढ़ साल हो गए और वहां 700 मोहल्ला क्लीनिक बना दिए हैं।

उन्होंने कहा कि आशा वर्कर्स का पूरे देश में यही हाल है जो सम्मान मानदेय उनको मिलना चाहिए वो नहीं मिल रहा। पंजाब में भी यही स्थिति थी लेकिन जैसे ही आशा वर्कर्स धरने पर बैठी एक घंटे के अंदर सरकार ने कहा कि आपकी मांगों पर विचार चल रहा है और अब वहां पर समाधान होने वाला है। टीचर्स को भी 4-5 हजार रुपए दिए जाते थे, 13000 कच्चे टीचर्स को पक्का किया गया है। जिनकी सैलरी चार पांच गुणा बढ़ गई है।

पंजाब में आम आदमी पार्टी ने एक भी फैसला ऐसा नहीं किया जिसको कोई भी राजनीतिक पार्टी कोर्ट में ले जा सकी हो। आने वाले कुछ महीने में पुख्ता फैसला आशा वर्कर्स के बारे में होने जा रहा है जिसका उदाहरण पूरे हिंदूस्तान में दिया जाएगा। यदि हरियाणा में मुख्यमंत्री खट्टर आशा वर्कर्स की मांगों को पूरा नहीं कर सकते तो उनको सामने आकर कारण बताना चाहिए कि इस वजह से नहीं कर सकता।

उन्होंने ने कहा कि दिल्ली में सभी मूलभूत सुविधाएं फ्री हैं फिर भी कोई कर्जा नहीं है और हरियाणा में कुछ भी फ्री नहीं देते, उसके बावजूद 3 लाख करोड़ रुपये का कर्जा है। जब प्रदेश पर तीन लाख करोड़ रुपए का कर्जा है तो जो जमीन पर काम कर रहा है उसको क्यों मारा जा रहा है।

खट्टर सरकार ने जो भी काम किए उसकी वजह से तीन लाख करोड़ रुपए का कर्जा है 1000 करोड़ का और सही, इसमें जितने भी कर्मचारी धरने पर बैठे हैं उन सभी की मांगे पूरी हो सकती हैं। जब कर्मचारी हड़ताल न करके काम करेंगे तो 1000 करोड़ भी वसूल हो जाएगा। लेकिन खट्टर सरकार की नीयत ही गलत है।

उन्होंने कहा कि कोई भी हड़ताल करे तो भाजपा वाले कहते हैं आम आदमी पार्टी वाले हड़ताल करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब पूरे प्रदेश में क्लर्कों, आशा वर्करों, किसानों, विद्यार्थियों और महिलाओं की हड़ताल आम आदमी पार्टी करवा रही है तो तुम क्यों कुर्सी पर बैठे हो आम आदमी पार्टी ही चला लेगी प्रदेश को। उन्होंने कहा कि यदि आशा वर्कर्स साथ न दे तो इस सरकार को ये भी पता नहीं चल सकता कि हरियाणा में बच्चे कितने पैदा हुए।

कोई भी सर्वे करवाना हो तो सरकार सबसे पहले दौड़ते हुए आशा वर्कर्स के पास आती है। यदि किसी से इतना काम लेते हो तो उसको उसके बराबर सम्मान मिलना चाहिए। ये कहते हैं कि एजुकेशन क्वालीफिकेशन नहीं है इसलिए नहीं देते, ये लोग झूठ बोलते हैं। 8वीं की एजुकेशन क्वालीफिकेशन पर भी सरकार ऐसी नौकरी सरकार निकालती है जिनकी 20 से 25 हजार रुपए सैलरी है।

यदि सरकार करना चाहती है तो कर सकती है। उन्होंने कहा कि 2024 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही पहली कलम से आशा वर्कर्स की मांगों को पूरा किया जाएगा।