दिल्ली बिल: राज्यसभा में अपनी पहली स्पीच में ही क्या बोल गए रंजन गोगोई, जिसपर हो गया विवाद

एक लंबी बहस के बाद राज्यसभा से दिल्ली सेवा बिल पास हो गया है और INDIA गठबंधन सदन में हुई अपनी पहली परीक्षा में पास नहीं हो पाया. राज्यसभा में जब वोटिंग हुई तो बिल के पक्ष में 131 और विपक्ष में 102 वोट पड़े. उच्च सदन में हुई चर्चा के दौरान कई सांसदों ने अपनी बात कही, इसमें पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई भी थे जिन्होंने बिल के पक्ष में अपनी बात कही और इस पर जमकर बवाल हो रहा है. अपने भाषण के दौरान रंजन गोगोई ने संविधान को लेकर, बिल को लेकर क्या कहा और किस मसले पर विवाद हो रहा है, जानिए…
दिल्ली बिल पर क्या बोले रंजन गोगोई?
रंजन गोगोई ने बिल का समर्थन किया और कहा कि विपक्ष जो इसकी संवैधानिकता पर सवाल खड़े कर रहा है वो पूरी तरह से निराधार है और यह बिल बिल्कुल सही है. बतौर राज्यसभा सदस्य रंजन गोगोई का सदन में यह पहला भाषण रहा, उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह बिल पूरी तरह से सही है, ये मामला विचाराधीन नहीं है क्योंकि जो मामला अदालत में पेंडिंग है वो अध्यादेश की वैधता का है, जिसका सदन की चर्चा से कोई लेना-देना नहीं है.
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पूर्व जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि संसद के पास दिल्ली समेत अन्य सभी केंद्र शासित प्रदेशों के लिए कानून बनाने का अधिकार है, इसलिए ऐसा कहना कि ये बिल लाकर केंद्र सरकार अतिक्रमण कर रही है ये बिल्कुल गलत है. सांसद रंजन गोगोई के भाषण के जिस हिस्से पर बवाल हुआ है, वह संविधान की मूल संरचना को लेकर किया गया प्रश्न है, जिसके बाद कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने भी रंजन गोगोई पर सवाल उठाए हैं.