राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता में गुरु नानक पब्लिक स्कूल रहा प्रथम

सिरसा। भारत विकास परिषद शाखा सिरसा द्वारा राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी गोविंद कांडा रहे, जबकि अध्यक्षता प्रांतीय संयोजक समूहगान प्रतियोगिता हुक्म चंद गोयल ने की। पर्यवेक्षक की भूमिका जिला सिरसा समन्वयक जुगल किशोर जग्गा द्वारा निभाई गई।
उद्घाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि विमल भाटिया, डा. कमल जिंदल तथा पुरषोतम गोयल रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ भारतमाता तथा भाविप के आराध्य स्वामी विवेकानंद के समक्ष दीप प्रज्वलन के बाद सभी सदस्यों के द्वारा वंदे मातरम गीत गायन से किया गया। अतिथियों व दायित्वधारियों का अभिनंदन श्रीफल देकर और अंग वस्त्र पहनाकर किया गया।
शाखा अध्यक्ष प्रमोद मोहन गौतम ने आए हुए सभी प्रतिभागियों, अभिभावकों, वादकों, मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों, प्रांतीय व शाखा दायित्वधारियों का स्वागत किया। प्रतियोगिता में कुल 18 टीमों ने हिंदी और संस्कृत गीत गायन में प्रतिभागिता की। समूहगान प्रतियोगिता विधिवत रूप से आरंभ करने से पहले प्रतियोगिता संबंधी नियमावली का वाचन शाखा सचिव सविता बंसल द्वारा सभी प्रतिभागियों के समक्ष किया गया।
निर्णायकों की भूमिका मनोज कौशिक संगीत विभाग के प्रमुख आर्मी स्कूल हिसार व त्रिभुवन बक्शी संगीत विभाग के प्रमुख डीएवी, पुलिस पब्लिक स्कूल हिसार ने निभाई। प्रांतीय विशेष आमंत्रित सदस्य हरिओम भारद्वाज ने भारत विकास परिषद के बारे में विस्तार से बताया तथा कांडा परिवार द्वारा परिषद को पूर्व में दिए गए भूखण्ड एवम सहयोग की मुक्त कंठ से प्रसंशा की।
विमल भाटिया ने कहा कि भारत विकास परिषद एक ऐसी संस्था है, जो समर्पण के साथ सेवा कार्यों में विश्वास रखती है, क्योंकि इसके नाम में भारत भी है और विकास भी। उन्होंने कहा भारत विकास परिषद जैसी संस्थाओं के मंच के माध्यम से ही आज की पीढ़ी में संस्कारों को संजोए रखा जा सकता है। डा. कमल जिंदल ने कहा कि व्यक्ति के विकास में ही समाज का विकास है और समाज के विकास से ही देश का विकास हो सकता है। इसलिए सभी को अपने स्वयं के विकास के लिए स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा।
इसके लिए उन्होंने सभी का मुख्य तीन बातों पर ध्यान केंद्रित करवाया। मुख्य अतिथि गोविन्द कांडा ने कहा कि भारत विकास परिषद से उनका बहुत लंबे समय से जुड़ाव है और यह एक ऐसी संस्था है, जो पूर्ण रूप से देश सेवा को समर्पित है। उन्होंने आश्वासन दिलाया कि हर समय वे इस संस्था के सहयोग के लिए तैयार हैं। परिषद भवन के विस्तार के लिए भूखंड देने की घोषणा भी की।
निर्णायक मंडल द्वारा प्रथम स्थान गुरु नानक पब्लिक स्कूल सिरसा, द्वितीय स्थान दयानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल नाथूसरी चौपटा व तृतीय स्थान जी आर जी स्कूल सिरसा ने हासिल किया। सभी प्रतिभागी टीमों को प्रोत्साहन पुरस्कार, प्रमाण पत्र, राष्ट्रीय चेतना के स्वर पुस्तक व विद्यालयों के लिए विशेष सम्मान दिया गया। प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाली विजेता टीमों को क्रमश: 5100, 3100 और 2100 रुपए का नगद पुरस्कार परिषद की ओर से दिया गया। प्रांतीय संयोजक हरबंस नारंग द्वारा उपस्थित सभी अतिथियों का धन्यवाद किया व राष्ट्रगान के द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया।