पूरा देश पहलवान बेटियों के साथ है: लखविंद्र सिंह

सिरसा। दिल्ली जंतर-मंतर पर धरनारत पहलवानों पर दिल्ली पुलिस द्वारा बीजेपी सरकार के इशारे पर जो अत्याचार किया गया है, उससे पूरा देश शर्मसार हुआ है। संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक इसकी घोर शब्दों में निंदा करता है। बीकेई अध्यक्ष लखविंद्र सिह औलख ने कहा कि एक तरफ तो बीजेपी सांसद बृजभूषण पर केस दर्ज होने के बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही, वहीं दूसरी ओर धरने पर बैठे पहलवानों के साथ-साथ कुछ अन्य लोगों को भी दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस ने धरने पर बैठी देश की बेटियों के साथ ज्यादती की, मारपीट की और गाली-गलौच तक किया, जोकि न केवल सरकार, बल्कि पूरे देश के लिए बेहद शर्मनाक है।
यही नहीं इस घटनाक्रम के दौरान कई पुलिस कर्मी नशे में पूरी तरह धुत्त थे, जिसकी संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक घोर निदां करता है। औलख ने बताया कि इतना ही नहीं, जब इस प्रकरण को देखकर इंसाफ पसंद लोगों व किसान साथियों ने पहलवानों के समर्थन में दिल्ली की ओर कूच किया तो बॉर्डर पर ही दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई से रोषित होकर सुबह सोनीपत से किसान नेता अभिमनयु कोहाड़ व कई खाप पंचायतों के मुखिया सैकड़ों साथियों को लेकर धरने पर जा रहे थे। सिंघु बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान एसीपी ने 70 से 80 सालों के बुजुर्गों को न केवल अपमानित किया, बल्कि उनके साथ दुव्र्यवहार किया और सभी को बवाना-दिल्ली सैक्टर एक थाने में ले गए। सरकार की इस घिनौनी हरकत पर तुरंत संज्ञान लेते हुए संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक ने आज सांय को पूरे भारत की जूम मीटिंग बुलाई है।
औलख ने बताया कि सांय तक गिरफ्तार सभी साथियों को रिहा नहीं करती है और धरनारत पहलवानों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की गई तो जूम मीटिंग में बड़ा फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 40 से अधिक केस दर्ज होने के बाद भी बीजेपी सरकार बजाय पहलवानों के साथ न्याय करने के अपने आरोपी सांसद को बचाने में जुटी हुई है। बीजेपी सरकार का पूरा अमला दोषी को बचाने में लगा हुआ है और पहलवानों के इस आंदोलन को दबाने में लगा हुआ है, जिसे संयुक्त किसान मोर्चा हरगिज कामयाब नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि बेटियों का सम्मान करने वाले लोग धरनारत पहलवानों के साथ हंै और न्याय न मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा। औलख ने कहा कि देशभर में सांसद बृजभूषण के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हंै, लेकिन बावजूद इसके सरकार उसे बचाने में जुटी हुई है, जोकि सरकार की मंशा पर संदेह पैदा कर रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार की कुनीतियों के विरोध में किसानों ने मय्यड़, बद्दो, खटकड़ टोल सहित कई टोल प्लाजा पर्ची मुक्त करवाए।