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किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदने के लिए सरकार को करेंगे मजबूर: लखविंद्र सिंह

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किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदने के लिए सरकार को करेंगे मजबूर: लखविंद्र सिंह


सिरसा। 1 मई को सिरसा जिले की सभी मंडियों में कुल 2598 किसानों ने टोकन कटवाए, जिसमें 49310 क्विंटल सरसों जिले की मंडियों में पड़ी है। किसान अपनी सरसों की फसल लेकर पहुंचे तो उन्होंने मार्केट कमेटी से अपने ई-खरीद के टोकन कटवाए। जब सुबह 10:30 बजे बोली शुरू होने का समय आया तो किसानों को पता चला कि हरियाणा सरकार ने सरसों की खरीद बंद कर दी है।

यह सुनकर सभी किसान हक्का बक्का रह गए। बिना किसी पूर्व सूचना के सरसों खरीद बंद करने का तुगलकी फरमान सुनकर किसानों के होश उड़ गए। पूरे हरियाणा में सरसों की सरकारी खरीद हरियाणा सरकार ने बंद करने के आदेश दे दिए। जब से सरसों की खरीद शुरू हुई है, रोजाना ही सरकार खरीद के नए नियम बनाती रही है। बिना किसी पूर्व जानकारी के 1 मई, सोमवार को अचानक पूरे हरियाणा में सरसों की खरीद बंद कर देना किसानों के साथ विश्वासघात है। कल सिरसा जिले की कई मंडियों में तालाबंदी की गई और सिरसा के जगदेव सिंह चौक पर किसान अपनी सरसों की भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर पहुंचे। बाजार में ही सरसों की ढेरियां लगाई और जयदेव सिंह चौक पर जाम लगाया।

शाम को डीएम हैफेड ने आकर मंगलवार सुबह 11:00 बजे तक का समय लिया, लेकिन खरीद के अभी तक आदेश जारी नहीं हुए है। भारतीय किसान एकता बीकेई का प्रतिनिधि मंडल उपायुक्त सिरसा से मिला। उन्होंने भी दोपहर तक का समय मांगा कि वह चंडीगढ़ बात कर रहे हैं। लखविंद्र सिंह ने कहा कि सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है कि हम किसान की फसल जो मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज है,

उसका दाना-दाना एमएसपी पर  खरीदेंगे। लखविंदर सिंह ने बताया कि सिरसा जिले में टोटल 144459 एकड़ सरसों की फसल पोर्टल पर दर्ज है। 8 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से पोर्टल के आधार पर 11 लाख 55 हजार 672 क्विंटल सरसों सरकार ने खरीदनी थी, लेकिन अभी तक 778996 क्विंटल की खरीदारी हुई है, जिसमें नैफैड और हैफेड ने 548195 क्विंटल और 230801 क्विंटल प्राइवेट सरसों की खरीद हुई है। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 376676 क्विंटल सरसों की खरीदारी अभी बाकी है। इसके साथ-साथ जो कल टोकन कटे हैं, उसमें से भी लगभग 49000 क्विंटल खरीद अभी बाकी है, क्योंकि गेहूं की आवक ज्यादा होने की वजह से सभी मंडियां गेहूं से भरी पड़ी है। ऐसे में सरसों तोलने की जगह नहीं है।

किसानों ने एक बार सरसों घरों में रखी हुई है, जो कि मंडियों में जगह बनते ही किसान सरसों बेचने के लिए लेकर आएंगे। लखविंद्र सिंह ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सिरसा जिले की सभी अनाज मंडियों में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं कि अगर किसान की सरसों की खरीदारी सरकार ने तुरंत प्रभाव से शुरू नहीं की तो पूरे हरियाणा का किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर होगा। उन्होंने कहा कि टीम बीकेई किसान की सरसों का एक-एक दाना एमएसपी पर सरकार को लेने के लिए मजबूर करेगी।