अंतर्मन आलौकित होगा तो बाहर सदैव प्रकाश ही रहेगा: अमीर चावला

सिरसा। शिव चौक प्रबंधन कमेटी द्वारा 41वां शिव मूर्ति स्थापना दिवस नेहरू पार्क में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर रात्रि को भजन संध्या एवं विशाल लंगर भंडारे का आयोजन भी किया गया। कमेटी के प्रधान राकेश खुंगर ने बताया कि कार्यक्रम में बतार मुख्यातिथि समाजसेवी औमप्रकाश मक्कड़ व ज्योत प्रचंड एसएस बोर्ड के पूर्व चेयरमैन व समाजसेवी अमीर चावला ने की।
समाजसेवी अमीर चावला ने ज्योत प्रचंड के बाद कहा कि भगवान शिव भक्तों की हर मुराद पूरी करते हंै। सावन माह भगवान शिव की आराधना का माह माना जाता है। चावला ने कहा कि उनकी आराधना से मोक्ष मिलता है। वे ज्ञान का वेद हंै, वे रामायण के प्रणेता हंै, संगीत के स्वर हंै। वे प्रेमी हंै, ऋषियों के गुरु हंै, देवताओं के रक्षक हंै, असुरों के सहायक हंै और मानवों के आदर्श हंै।
चावला ने कहा कि भगवान शिव जो बोलते हंै, वह जीवन के सूत्र हंै। शिव के हृदय में संसार नहीं है, वासना नहीं है और अंधेरा भी नहीं है। अंतस के जागरण के लिए शिवतत्व की जरूरत है। अंतस एक बार चैतन्य हो गया तो सब कुछ बदल जाता है। आचरण ही साधना बन जाती है। भीतर जब आलौकित हो तो बाहर सदैव ही प्रकाश रहेगा। शिव का आकार शून्य व ज्योति स्वरूप है। उन्होंने शिव चौक प्रबंधन कमेटी द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की प्रशंसा की और अपनी ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। कमेटी की ओर से कार्यक्रम के समापन पर अमीर चावला को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर शिव चौक प्रबंधन कमेटी के पदाधिकारी व श्रद्धालु उपस्थित थे।