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इटली के लैम्पेडुसा आईलैंड के पास प्रवासियों की 2 नाव डूबी

2 migrant boats sink near Italy's Lampedusa Island
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ट्यूनिशिया से इटली जा रहे प्रवासियों की 2 नाव डूबी

Newz World Hindi's, Sirsa

Italy के lampedusa island के पास प्रवासियों की 2 नाव डूब गई। इसमें 2 लोगों की मौत हो गई, वहीं 30 लोग लापता है। मरने वालों में एक महिला और उसकी एक साल की बच्ची भी शामिल है। इटली ने बताया कि उन्हें आइवोरी कोस्ट से दोनों के शव मिले हैं।

International Organization Migration की रिपोर्ट के मुताबिक हादसा नावों के समुद्री तूफान में फंसने से हुआ। दोनों नाव गुरुवार को ट्यूनिशिया के फैक्स पोर्ट से रवाना हुई थीं। वहीं, ट्युनिशिया ने बताया है कि उन्हें फैक्स बीच से भी 10 प्रवासियों के शव मिले हैं।

इटली के कोस्टगार्ड लापता प्रवासियों की खोज कर रहे हैं। वहीं, कोस्टगार्ड ने रविवार को लैम्पिडुसा में पहाड़ी इलाकों में फंसे 20 प्रवासियों को भी बचाया। इनका रेस्क्यू हेलिकॉप्टर से किया गया। वो यहां 48 घंटों से फंसे हुए थे। समुद्री की तेज हवा से उनकी नाव पहाड़ियों के बीच फंस गई थी।

इटली की पैट्रोल बोट्स ने हाल ही के दिनों में 2000 प्रवासियों की जान बचाई है।इटली के गृह मंत्रालय के मुताबिक इस साल अब तक वहां 92 हजार प्रवासी पहुंच चुके हैं। ये आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले दोगुना है।

उत्तरी अफ्रीका से अपने देश छोड़कर यूरोप जाने वाले लोगों की संख्या में इस साल काफी इजाफा हुआ है। लोग अपनी जान जोखिम में डालकर गैरकानूनी तरीकों से नावों के सहारे यात्रा कर रहे हैं। देश के गृह मंत्री ने जुलाई में कहा था कि ट्यूनीशियाई तट रक्षक ने इस साल 1 जनवरी से 20 जुलाई तक अपने तट से डूबे हुए प्रवासियों के 901 शव बरामद किए हैं।

प्रवासियों को गैर कानूनी तरीकों से यूरोप जाने से रोकने के लिए 16 जुलाई को, ट्यूनीशिया और ईयू ने एक समझौता किया। इसके तहत लोगों की जान जोखिम में डालकर उन्हें यूरोप भेजने वाले मानव तस्करों को काबू किया जाएगा। साथ ही सीमाओं पर भी सख्त पहरेदारी होगी।

पाकिस्तान के लोगों को जानबूझकर मरने के लिए नाव के नीचे वाले हिस्से में भेजा
UN के मुताबिक बोट में 400 से 750 लोग मौजूद थे। इनमें 200 से ज्यादा पाकिस्तान के थे। हादसे के बाज 78 लोगों के शव बरामद किए गए। जबकि 500 लोग लापता बताए गए थे।
वहीं, द गार्जियन ने हादसे में जिंदा बचे लोगों के हवाले से बताया है कि पाकिस्तान के लोगों जानबूझकर नाव के नीचे वाले इलाके डॉक में भेजा गया, जहां बचने की संभावना न के बराबर होती है। बोट में मौजूद लोगों ने ऐसा जानबूझकर किया।