दुनिया में कोरोना का खतरा: अमेरिका ने चीन से आने वाले यात्रियों पर पाबंदियां बढ़ाईं

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चीन के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड मैनेजमेंट ने मंगलवार को कहा कि वो महीने में सिर्फ एक बार ही कोविड डेटा जारी करेंगे। सेंटर के मुताबिक, कोविड अब बी कैटेगरी की बीमारी में शुमार है, लिहाजा हर दिन का डेटा देना जरूरी नहीं है।
इस बीच, न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है चीन के ज्यादातर अस्पतालों में मेडिकल स्टाफ की कमी हो गई है। कुछ अस्पताल तो ऐसे हैं जहां एक वॉर्ड में पहले 15 लोगों का स्टाफ था और अब वहां महज 2 या 3 मेडिकल स्टाफर ही सर्विस दे रहे हैं।
बीमारी ज्यादा खतरनाक नहीं
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने ची हेल्थ मिनिस्ट्री के हवाले से एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें कहा गया है कि कोविड को बी कैटेगरी में इसलिए रखा गया है, क्योंकि यह ज्यादा खतरनाक नहीं और इसीलिए हर दिन इसका डेटा जारी करना भी जरूरी नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक- कोविड सांस से संबंधित सामान्य बीमारी से ज्यादा कुछ नहीं है।
चीन ने एक कदम और उठाया है। अब 8 जनवरी से जो लोग दूसरे देशों से चीन आएंगे उन्हें क्वैरैंटाइन होने की जरूरत नहीं होगी। शी जिनपिंग सरकार ने इसके पहले अपने तमाम इंटरनेशनल बॉर्डर्स भी खोलने का फैसला किया था। इस फैसले का फायदा सबसे ज्यादा उन लोगों को होगा जो दूसरे देशों में हैं और देश लौटकर अपने परिवारों का हालचाल जानना चाहते हैं।
अस्पतालों में हालात खराब
चीन एक तरफ जहां हालात सामान्य बताने की कोशिश कर रहा है तो दूसरी तरफ न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट कुछ और सच्चाई बयां करती है। इस रिपोर्ट के मुताबिक- चीन के कई अस्पतालों में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। तिनजियान की मेडिकल यूनिवर्सिटी और जनरल हॉस्पिटल के कुछ वीडियोज सामने आए हैं।
वीडियोज में देखा जा सकता है कि कोविड क्राइसिस कम होने के बजाए बेकाबू होता जा रहा है। इसका सबसे बड़ा खामियाजा मेडिकल स्टाफर को भुगतना पड़ रहा है। ये आए दिन संक्रमित हो रहे हैं। कुछ अस्पतालों का कहना है कि उनका ज्यादातर स्टाफ पॉजिटिव है और उन्हें बहुत कम लोगों के साथ काम करना पड़ रहा है।
एक डॉक्टर जूडी प्यू ने कहा- आमतौर पर हमारे साथ 10 से 16 नर्स का स्टाफ रहता है। अब हमारा 90% स्टाफ संक्रमित है। लिहाजा, हम सिर्फ दो नर्स के सहारे दिन-रात काम कर रहे हैं।
दुनिया में 66 करोड़ 24 लाख से ज्यादा मामले
worldometer के मुताबिक, दुनिया में अब तक 66 करोड़ 24 लाख 16 हजार 471 मामले सामने आ चुके हैं। 11 जनवरी 2020 को चीन के वुहान में 61 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। ये दुनिया में कोविड से हुई पहली मौत थी। इसके बाद सिलसिला बढ़ने लगा। अब तक 66 लाख 87 हजार 746 मौतें हो चुकी हैं।