प्रधानमंत्री मोदी ने किया राष्ट्रीय यूनानी औषधि संस्थान का लोकार्पण

Newz World Hindi's, Ghaziabad।
गाजियाबाद Ghaziabad के राष्ट्रीय यूनानी औषधि संस्थान (NIUM) का लोकार्पण रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narender Modi ने वर्चुअल तरीके से किया। उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIA) पणजी और राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान (NIH) का भी अनावरण किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि "अपने ज्ञान, विज्ञान और सांस्कृतिक अनुभव से विश्व कल्याण का संकल्प अमृतकाल का लक्ष्य है। भारत इस वर्ष G 20 समूह की अध्यक्षता और मेजबानी कर रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि दुनिया के तमाम देशों ने आयुर्वेद Ayurveda को मान्यता दे रखी है। हमें इसे ज्यादा से ज्यादा देशों तक पहुंचाना है।"
मोदी Pm Modi ने कहा, "आयुर्वेद Ayurveda ऐसा विज्ञान Science है, जिसका दर्शन सबका सुख, सबका स्वास्थ्य है। जिसके शरीर में संतुलन हो, सभी क्रियाएं संतुलित हो, मन प्रसन्न हों, वही संतुलित है। अर्थात आयुर्वेद इलाज से आगे बढ़कर वेलनेस Welness की बात करता है।
विश्व भी अब तमाम परिवर्तनों से निकालकर इस प्राचीन पद्धति की तरफ लौट रहा है। भारत India में इसे लेकर काफी पहले से काम शुरू हो चुका है। भारत में आयुर्वेद Ayurveda को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास किए। देश में सरकार ने अलग से आयुष मंत्रालय Ministry of Ayush
की स्थापना की।"
कोरोना काल में आयुर्वेद Ayurveda पर हुए 150 रिसर्च 150 Reseach प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आयुर्वेद Ayurveda को लेकर वैश्विक सहमति, सहजता और स्वीकार्यता आने में काफी वक्त लगा। आज एविडेंस बेस्ड रिसर्च डेटा Evidence Based Research Data तैयार हुआ है।
आयुष से जुड़ी 150 रिसर्च कोरोना काल में हुई है। भारत में योग और आयुर्वेद से जुड़ी कई रिसर्च हो रही हैं। ये रिसर्च पेपर जनरल में पब्लिश हो रहे हैं।"
डेढ़ लाख करोड़ पर पहुंची आयुष इंडस्ट्री Ayush Industry
समारोह में PM मोदी ने कहा, "8 साल पहले आयुष इंडस्ट्री 20 हजार करोड़ पर थी। आज ये इंडस्ट्री डेढ़ लाख करोड़ के आसपास पहुंच रही है। आयुष Ayush अपने आप में एक बड़ी इकोनोमी बनकर उभर रहा है। आने वाले वक्त में इसका ग्लोबल विस्तार तेजी से हो रहा है।
आयुर्वेद की बढ़ती लोकप्रियता का एक पक्ष गोवा जैसा राज्य है, जो टूरिज्म के लिए फेमस है। यहां आयुर्वेद का बड़ा संस्थान खोलकर आयुष विभाग Ayush Department ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।"
स्टीम, हिप और सोना बाथ जैसी सुविधाएं
एम्स की तर्ज पर गाजियाबाद Ghaziabad में ये यूनानी हॉस्पिटल कमला नेहरूनगर में करीब 10 एकड़ जमीन पर बना है। इसके निर्माण पर कुल 382 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। सितंबर-2019 में इसका शिलान्यास हुआ था। यहां पर मरीजों के लिए 200 बेड की सुविधा है।
बच्चों और महिलाओं के लिए पीकू-नीकू वार्ड हैं। रोजाना ओपीडी में एक हजार से ज्यादा मरीज आ सकेंगे। इस संस्थान में पांच ऑपरेशन थिएटर, मेटरनिटी विंग, एमआरआई, सीटी स्कैन, ब्लड बैंक, डिजिटल एक्सरे, पैथोलॉजी लैब जैसी सुविधाएं हैं। इसके अलावा यहां मरीज स्टीम बाथ, हिप बाथ, सोना बाथ जैसी सुविधाएं ले सकेंगे।
50 करोड़ से बनी लैब Lab में यूनानी दवाओं पर शोध Research on Unani Medicine
हॉस्पिटल के ठीक पीछे ही यूनानी चिकित्सा शिक्षा संस्थान की बिल्डिंग है। इसमें कुल 14 विभाग हैं। एक साल में करीब 125 छात्र यहां से यूनानी पढ़ाई कर सकेंगे। हर साल 22 छात्र डॉक्टरेट कर सकेंगे। इसमें छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग हॉस्टल भी बनाए हैं। इसी संस्थान में 50 करोड़ रुपए की लागत से एक अत्याधुनिक लैब भी बनाई गई है, जहां यूनानी दवाओं पर शोध Research on Unani Medicine होगा।
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