नारायणखेड़ा पहुंचे कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी, बोले किसानों से बदला ले रही है सरकार

सिरसा। जिला सिरसा के ग्राम नारायण खेड़ा में किसानों के चल रहे आंदोलन में आज जिला कांग्रेस कमेटी ने पहुंचकर समर्थन दिया और सरकार को सीधे तौर पर चेतावनी दी कि अगर समय रहते बीमा क्लेम राशि किसानों के खाते में नहीं आई, तो कांग्रेस पार्टी बड़े स्तर पर आंदोलन करने पर मजबूर होगी। कांग्रेस नेता आज सुबह कांग्रेस भवन में इक्ट्ठा हुए और एक बड़े काफिले के साथ नारायणखेड़ा में पहुंचे और किसानों के इस संकट की घड़ी में कंधे से कंधा मिलाकर चलने का विश्वास दिलाया।
कांग्रेस नेताओं ने किसानों को समर्थन देते हुए कहा कि सरकार किसानों से बदला ले रही है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने एक बड़ी लड़ाई लड़ी थी जिसके चलते सरकार मौके ढूंढ रही थी कि किसानों को कैसे परेशान किया जाए। तभी से लेकर अभी तक किसानों को कभी खाद तो कभी बीमा क्लेम की राशि के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि बीमा क्लेम की राशि किसानों के खाते में न आने से किसानों को बहुत ज्यादा दिक्कत हुई। किसानों ने सरकार व प्रशासन के आगे बार-बार रोना रोया लेकिन सरकार व प्रशासन के आगे जू तक नहीं रेंगी। विधायक शीशपाल केहरवाला ने कहा कि किसानों के साथ इस हद तक जाती हुई की बीमा राशि के करीम के लिए किसान पानी की टंकी पर चढ़ गई। अब हालात यह है कि किसानों का स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता जा रहा है और सरकार व प्रशासन का अभी इस तरफ कोई ध्यान नहीं है सोचो विधायक ने कहा कि शायद सरकार व प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है।
उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में कांगेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है और किसान जैसा चाहेंगे वैसा सहयोग कांग्रेस पार्टी किसानों को देगी। उन्होंने कहा कि समय रहते अगर बीमा क्लेम की राशि किसानों के खाते में नहीं आई तो थे कांग्रेस पार्टी बड़े स्तर पर आंदोलन करने पर मजबूर होगी, जिसकी सीधे तौर पर जिम्मेदार खुद सरकार होगी। इस मौके पर पूर्व विधायक शीशपाल केहरवाला, पूर्व सांसद सुशील इंदौरा व चरणजीत रोड़ी, पूर्व विधायक भारत सिंह बेनीवाल व बलवान सिंह, प्रदेश प्रतिनिधि राजकुमार शर्मा, राजेश चाड़ीवाल, नवीन केडिया व रतन गेदर, वीरभान मेहता, अमीर चावला, नगर परिषद पूर्व चेयरमैन रणधीर सिंह, सुभाष जोधपुरिया, ब्लॉक समिति अध्यक्ष कृष्ण झोपड़ा, दिलबाग सिंह सिकंदरपुर, बीसी सेल अध्यक्ष रामानंद, आरसी लिंबा, प्रदीप सैनी, मनमोहन मिढ़ा, दलीप नेजिया, नवदीप गोदारा, गजानंद सोनी, सुधीर हुड्डा, श्याम लाल वर्मा, मलकीत रंधावा, पाला सिंह कंबोज, मनीष जोधपुरिया, अशोक चंडालिया, नथा सिंह जाखड़, कर्मजीत सिंह बेगू, ओम डाबर, धर्मपाल फौजी, प्रवीन शर्मा, गुरलाल सिंह, जगदीश भाटिया, हरजिंद्र सिंह भी मौजूद थे।