मध्य प्रदेश-राजस्थान समेत 26 राज्यों में बारिश का अलर्ट

News World Hindi's
मानसून पूरे देश में आ चुका है। IMD ने अगले 24 घंटों में मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत 26 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उत्तरप्रदेश के गाजीपुर जिले में बुधवार सुबह बिजली गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले, मंगलवार को आजमगढ़ में बिजली गिरने से 6 लोगों की मौत हुई। इस तरह राज्य में 10 लोग जान गंवा चुके हैं।
IMD ने बताया है कि जून महीने में देश के पूर्वी हिस्से लू से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 11 से 19 दिनों तक रिकॉर्ड लू चली। वहीं, पूर्वी मध्य प्रदेश और विदर्भ में 7 से 9 दिन भीषण गर्मी रिकॉर्ड की गई।
मंगलवार को हरियाणा के गुरुग्राम में भारी बारिश से सड़कों पर पानी भर गया। वहीं, बिहार में नेपाल से आने वाले पानी के चलते बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
उधर, दिल्ली और मुंबई में आज दो सड़कें धंस गई, जिससे रास्ते में बड़ा गड्ढा हो गया। वहीं, लखनऊ में मंगलवार को एक कार सड़क धंसने से बने गड्ढे में गिर गई।
अगले 24 घंटे कैसे रहेंगे…
इन राज्यों में तेज बारिश होगी: मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर, अरूणाचल प्रदेश, नगालैंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना, गोवा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु।
इन राज्यों में हल्की बारिश होगी: झारखंड में बिजली चमकने के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
इन राज्यों में मौसम साफ रहेगा: वेस्ट राजस्थान, मराठावाड़, बिहार और जम्मू-कश्मीर में बारिश की संभावना नहीं जताई गई है।
मौसम से जुड़े अन्य अपडेट्स...
गुजरात और राजस्थान में अब तक सबसे ज्यादा बारिश हुई है। गुजरात में 301 मिमी ( सामान्य से 111% ज्यादा) और राजस्थान में 170 मिमी (सामान्य से 142% ज्यादा) बारिश हुई है।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में सबसे कम बारिश हुई है। तेलंगाना में 71 मिमी ( सामान्य से 53% कम) और आंध्र प्रदेश में 78 मिमी (सामान्य से 26% कम) बारिश हुई है।
अमेरिका के नेशनल सेंटर्स फॉर एनवायर्नमेंटल प्रेडिक्शन के मुताबिक, दुनिया में 3 जुलाई का दिन अब तक का सबसे गर्म दिन बन गया है। इस दिन एवरेज ग्लोबल टेम्परेचर सबसे ज्यादा रहा।
वैज्ञानिकों ने इसकी वजह अल-नीनो और वातावरण में बढ़ती कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) बताई है।