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अलकायदा में मिलना चाह रहा तहरीक-ए-तालिबान

UN का दावा- सभी आतंकियों को एक साथ लाने की कोशिश; पाक में हमलों की ट्रेनिंग दी
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UN claims - trying to bring all the terrorists together; Gave training for attacks in Pakistan

News World Hindi's

आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान अब अल कायदा में मिलना चाह रहा है। वो एक ऐसा संगठन बनाना चाहता है जिसके तहत साउथ एशिया के सभी मिलिटेंट ग्रुप काम कर सकें। ये दावा संयुक्त राष्ट्र संघ यानी UN की एक कमिटी ने किया है। जो दुनियाभर में आतंकी गतिविधियों पर नजर रखती है।

कमेटी ने पाकिस्तान की उस शिकायत को भी सही ठहराया है, जिसमें कहा गया था कि अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद TTP और मजबूत हुआ है। UN कमेटी के एक सदस्य ने ये भी कहा है कि TTP पाकिस्तान में हमले करने के लिए अलकायदा से ट्रेनिंग भी ले रहा है।

अफगानिस्तान में ट्रेन हो रहे TTP के लड़ाके
UN की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में कई आतंकी संगठनों के ट्रेनिंग कैंपस हैं। इनका इस्तेमाल TTP के लड़ाकों को ट्रेन करने के लिए किया जा रहा है। वहीं, TTP ने कई छोटे-छोटे संगठनों के साथ गठबंधन कर लिया है। UN ने बताया है कि TTP पाकिस्तान के इलाकों में फिर से कब्जा करना चाहता है।

रिपोर्ट में सामने आया है कि TTP का ज्यादा फोकस पाकिस्तान के अंदरूनी इलाकों की बजाए बॉर्डर वाले इलाकों में हमले करने का रहा है। हालांकि, किसी इलाके पर कब्जा नहीं होने के कारण वो अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाया है।

अफगानिस्तान में 20 से ज्यादा आतंकी संगठन
25 जुलाई को UNSC में दाखिल की गई रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अफगानिस्तान में फिलहाल 20 से ज्यादा आतंकी संगठन ऑपरेट कर रहे हैं। ये अपने असर को आसपास के इलाकों में फैलाने की कोशिश भी कर रहे हैं। वहीं, अलकायदा अफगानिस्तान में छिपकर ऑपरेट कर रहा है।

ताकि तालिबान सरकार के उस दावे पर उंगली न उठ सके, जिसमें वो कहते हैं कि उनकी जमीन से कोई आतंकी संगठन ऑपरेट नहीं कर रहा है। जबकि UN का मानना है कि अफगानिस्तान में अलकायदा के कम से कम 30 से 60 लीडर और 400 से 2 हजार के बीच लड़ाके हैं। अफगानिस्तान की सत्ता में बैठे तालिबान ने UN की इस रिपोर्ट को गलत बताया है।

TTP को लेकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान में विवाद
अफगानिस्तान की तालिबान हुकूमत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ रहा है। कुछ दिन पहले पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ ने अफगान तालिबान पर आरोप लगाया था कि वो दोहा एग्रीमेंट की शर्तों को पूरा नहीं कर रहा है।

इसके जवाब में तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा था- पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर झूठ बोल रहे हैं। वैसे भी दोहा पीस एग्रीमेंट अमेरिका और अफगान तालिबान के बीच हुआ था। इससे पाकिस्तान का कोई ताल्लुक नहीं है।